जब चूहों व नेवलों की लड़ाई हुई तो हार चूहों की हुई। हार के बाद चूहों की बैठक हुई जिसमें यह निष्कर्ष निकला कि उनकी हार बेतरतीब तरीके तथा व्यूह रचना के अभाव में लड़ने के कारण हुई। अब चूहों ने अपने कुछ सेनापति नियुक्त किए। इन सेनापतियों को अलग से पहचाना जा सके, इसके लिए उन्हें विशेष प्रकार के हेलमेट पहनने को दिए गए, जिन पर लम्बे सींग निकले हुए थे।
लेकिन जब दोबारा वह मैदान में उतरे तो भी जीत नेवलों की ही हुई। चूहे किसी तरह जान बचाकर अपने बिलों में जा घुसे, लेकिन सेनापति बने चूहे भाग्यशाली नहीं थे। नेवलों ने उनके हेलमेट पर लगे सींग चबा डाले थे और उन्हें जान से मार डाला।
लेकिन जब दोबारा वह मैदान में उतरे तो भी जीत नेवलों की ही हुई। चूहे किसी तरह जान बचाकर अपने बिलों में जा घुसे, लेकिन सेनापति बने चूहे भाग्यशाली नहीं थे। नेवलों ने उनके हेलमेट पर लगे सींग चबा डाले थे और उन्हें जान से मार डाला।