स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12 हजार रुपये में घर-घर, गांव-गांव टॉयलेट बनाए गए हैं, डूडा ने टॉयलेट और किचन सहित 2.5-2.5 लाख में मकान बनाए हैं, जबकि नगर निगम ने 9.75 लाख रुपये में टॉयलेट और 9 लाख रुपये में यूरिनल बनाया है।
शाहगंज के राजनगर वार्ड में टॉयलेट पर ही नहीं, बल्कि गार्ड के कमरे में ढाई लाख रुपये के टाइल्स का खर्च दिखाया गया है। शिकायत मिलने पर मेयर नवीन जैन ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
डूडा स्वच्छ भारत मिशन में 12 हजार रुपये में एक सीट का टॉयलेट बनवा रही है। इसमें गड्ढा, दीवारें, दरवाजा, टॉयलेट सिरेमिक सीट, पानी का कनेक्शन और लेबर शामिल है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम ने राज नगर में जो टॉयलेट बनवाया, वह दो सीटर, 9.75 लाख रुपये में बना है।